Wednesday 11 May 2016

महिला ने बच्चा समझ कर जिसे गोद में उठाया, वह निकला 46 साल का




हनोई। ब्रा टाइकून मिशेल मोने के साथ हाल ही एक अजीब वाकया पेश आया। एक बच्चे को 3000 लोगों की भीड़ के सामने गोद में उठाने के बाद उन्हें पता चला कि वह बच्चा नहीं बल्कि 46 साल का गबरू है और शादीशुदा भी है। हालांकि अपने छोटे कद और मासूम चेहरे के कारण वह किसी बच्चे के समान ही नजर आ रहा था।
मिशेल मून उद्यमियों के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। तभी मंच पर एक बच्चा उन्हें फूलों का गुलदस्ता देने के लिए चढ़ा। उसे देखकर मिशेल अभिभूत हो गईं और उन्होंने गुलदस्ता लेकर खुशी से बच्चे को गोद मे उठा लिया व सेल्फी भी क्लिक कर दी। तभी नीचे से एक महिला ने आवाज लगाई, मिशेल उस लड़के को नीचे उतार दो, वह मेरा पति है। यह सुनकर मिशेल झेंप गईं। उन्होंने तुरंत ही उस व्यक्ति को नीचे उतार दिया।

हॉल में मौजूद तमाम लोग इस वाकये को देखकर हंस पड़े। अल्टीमो अंडरगारमेंट्स कंपनी की संस्थापक मिशेल ने अपने ट्विटर पर इस सज्जन की तस्वीर जारी की। साथ ही लिखा, मैंने उन्हें छह साल का बच्चा समझकर गोद में उठाया था, लेकिन यह पूरे सयाने हैं। कुछ लोगों ने मिशेल के इस ट्वीट को उनकी कंपनी के प्रचार का हथकंडा बताया है, हालांकि कंपनी ने इस बात को खारिज कर दिया है।

Tuesday 19 April 2016

इस लड़की को लगता है अपनी ही नाभि छूने से डर


मेडिकल की पढ़ाई कर रही लॉरेन जोंस जल्द ही डॉक्टर की डिग्री लेने वाली हैंए लेकिन फिर भी नहीं गया डर
लंदन। किसी को पानी से डर लगता है तो किसी को ऊंचाई से कहीं कोई आग से डरता है तो कोई जानवरों से आपने डर की कई कहानियां सुनी होंगी लेकिन ये कहानी थोड़ी अलग है। इंग्लैंड के बर्मिंघम की रहने वाली एक लड़की लॉरेन जोंस को अपनी ही नाभि को छूने से डर लगता है।
मेडिकल की पढ़ाई कर रही लॉरेन जोंस जल्द ही डॉक्टर की डिग्री लेने वाली हैंए लेकिन उनके इस डर के चलते वे प्रेक्टिस से भी डर रही हैं। लॉरेन बताती हैं कि एक बार वो एक टीवी शो देख रही थीं जिसमें एक व्यक्ति नाभि में गहराई तक अपनी अंगुली को डालता है। इसके बाद वो लगभग एक सप्ताह तक बीमार रही थीं।
लॉरेन कहती हैं कि मेरा ये डर बहुत बड़ा रूप ले चुका है और मुझे नहीं लगता कि मैं कभी इस डर से जीत पाऊंगी। मैं इसके लिए कोई ट्राई भी नहीं करना चाहती। मेरे दिल की बात कोई नहीं जानता कि नाभि को देखते ही मुझे कितना डर लगने लगता है। इसे ओम्फालोफोबिया कहा जाता है।

Saturday 9 April 2016

एक कौए ने तीन घंटे के लिए रोक दी मुंबई लोकल


सुबह ट्रेनें रद्द होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा समय ऑफिस जाने वालों की भीड़ होती है
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन के हार्बर रूट पर सोमवार सुबह वासी से ठाणे आने वाली लोकल ट्रेन को एक कौए के कारण तीन घंटे तक रुकना पड़ा। कौआ ट्रेन की छत पर लगे वायर पर बैठ गया। घटना सुबह 8ण्40 की है। ट्रेन उस समय गनसोली और राबाले स्टेशन के बीच थी।
इसक चलते रूट पर आने वाली 50 से ज्यादा टे्रनों को रद्द करना पड़ा। सुबह से समय ऑफिस जाने वालों की भीड़ होती हैए लेकिन ट्रेनें रद्द होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ठाणे की तरफ से आने वाली ट्रेनों को भी निरस्त करना पड़ा।
ठाणे से आने वाली सभी ट्रेन रद्रद कर दी गईं। यात्रियों ने अगने स्टेशन तक जाने के लिए पैदल या दूसरे माध्यमों का प्रयोग किया। काफी मुशक्कत के बाद तकनीकी खराबियों को दूर कर दिया गया। इस वजह से रेल सेवा लगभग तीन घंटे तक बाधित रही। इस दौरान बिजली आपूर्ति भी पूरी तरह से ठप रही।

Thursday 7 April 2016

इस होटल के दो फ्लोर पानी के अंदर होंगे देखें तस्वीर


पहाड़ों के बीच होने की वजह से इस होटल को केव होटाल नाम दिया गया है
शंघाई के सोंगजियांग में पहाडिय़ों के बीच जमीन से 100 मीटर नीचे एक लग्जरी होटल बनाया जा रहा है। 19 मंजिला इस होटल की दो मंजिलें पानी के अंदर होंगी जिसमें एक्वेरियम रेस्त्रां और रईसों के लिए गेस्ट रूम होंगे। इसमें 383 कमरे होंगे और इसे 3238 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है।
होटल को ब्रिटेन की डिजाइनिंग फर्म एटकिंस ने डिजाइन किया है। पहाड़ों के बीच होने की वजह से इस होटल को नाम दिया गया है केव होटाल। अगले एक साल तक यह बन कर तैयार हो जाएगा। यह होटल जियोथर्मल एनर्जी और सोलर एनर्जी से चलेगा। इसकी छत के बड़े हिस्से में हरी घास और हजारों पेड़ लगाए जाएंगे। होटल में स्विमिंग पूलए स्पोर्ट्स सेंटरए कई रेस्त्रां और बिजनेस मीटिंग रूम भी बनाए जा रहे हैं।

Monday 4 April 2016

गूगल से कमाने हैं घर बैठे लाखों रूपए तो जाने क्या है तरीका


गूगल से आप घर बैठे पैसे कमा सकते है वह भी बिना किसी डिग्री या क्वालिफिकेशन के इसके लिए आपके पास बस एक अपना ब्लाॅग या वेबसाइट होनी चाहिए दरअसल गूगल एडसेंस के जरिए कमाई का साधन बनता है। गूगल एडसेंस दुनिया का सबसे बड़ा और ज्यादा पैसे देने वाला एड नेटवर्क है।
एप्लाय करे एडसेंस के लिए
आप अपना ब्लाॅग बनाकर एडसेंस के लिए एप्लाय कर सकते है गूगल से मान्यता मिलने के बाद आपको अपने ब्लॉग में गूगल की एडवरटीजमेंट करनी होगी। यह बेहद आसान है। आपको गूगल एडसेंस की ओर से बनाए गए एड के कोड को अपने ब्लॉग में लगाना है।
ऐसे कमाई  होगी
जैसे ही आपके ब्लॉग में एड चलने शुरू होंगे आपको पैसे मिलने लगेेंगे। गूगल ये पैसे आपको हर महीने की फिक्स डेट को देता है। यह पैसा सीधे आपके बैंक अकाउंट में आता है। गूगल चेक के जरिए भी यह पैसे आपको दे सकता है।
शर्तें यह होती हैं
इस तरह पैसा कमाने के लिए गूगल की शर्त है कि पेमेंट लेने के लिए आपको अपने अकाउंट में कम से कम 100 डॉलर यानी कि करीब 6622 रुपए रखने होंगे। तब ही गूगल आपको पैसे भेजेगा। अगर गूगल से हुई आपकी कमाई 100 डॉलर से कम होगी तो गूगल आपके अकाउंट में पैसे ट्रांसफर नहीं करेगा।
इसके अलावा अगर गूगल से आपकी कमाई 100 डॉलर से कम होगी तो भी गूगल आपके अकाउंट में पैसे ट्रांसफर नहीं करेगा। हर महीने आप जितने पैसे गूगल एडसेंसे से कमाएंगे वो आपके गूगल खाते में जड़ते जाएंगे और 100 डॉलर होने पर ही गूगल आपके पर्सनल अकाउंट में पैसे भेजेगा

Sunday 3 April 2016

साथी को बचाने के लिए अकेला भिड़ा 12 शेरों से ये भैंसा


दक्षिण अफ्रीका के माला माला गेम रिजर्व में इस अदभुद संघर्ष को कैमरे में कैद किया 54 वर्षीय ब्राजील के फोटोग्राफर मैरियंजेला मतराज्जो ने ली ये तस्वीर। अफ्रीकी जंगल सफारी में गए तो थे मस्ती करने लेकिन कुछ ऐसा दृष्य देख चकित रह गऐ एक भैंसे पर 12 शेरों का हमला देख फोटो लेने में जुट गए। ली के अनुसार अपने घायल दोस्त को बचाने के लिए दूसरा बहादुर भैंसा शेरों से भिड़ गया और एक शेर की अंतड़ी में सींग घुसाकर हवा में उछाला और पटक पटक कर मारा।


कुछ पल के लिए बाकी शेर डर गए और भाग खड़े हुए लेकिन कुछ देर बाद शेरों ने मिलकर भैंसे पर आक्रमण कर दिया। हालात देखकर दोस्त को बचाने आया भैंसा भी जान बचाकर भाग निकला। उसका दोस्त घायल होने की वजह से नहीं भाग पाया और शेरों का शिकार बन गया।

Friday 1 April 2016

बेहद डरावनी सेल्फी वायरल हुई शाशे में दिखी मुड़ी हुई गर्दन


सोशल मीडिया पर इन दिनों एक चोकाने वाली सेल्फी वायरल हो रही है। इस सेल्फी में एक कपल मुस्कुराता हुआ नजर आ रहा है लेकिन इस कपल के पीछे जो दिखाई दे रहा है वह चौंका देने वाला है। दरअसल इस कपल के पीछे शीशा है और उसमें उनकी परछाई दिख रही है लेकिन इसमें महिला का चेहरा सामने की ओर है।
ट्विटर पर पजेजीमउंदे अकाउंट से पोस्ट की गई इस फोटो के साथ कैप्शन लिखा है किस तरह की भुतहा चीजें हो रही हैं। आपको बता दें कि इस सेल्फी को अब तक सोशल मीडिया पर 16 हजार से भी ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है। हालांकि सवाल यह भी उठ रहे हैं कि क्या सच में यह सेल्फी भुतहा है या फिर फोटोशॉप का खेल है। सबसे पहले यह सेल्फी सोशल मीडिया साइट 9हंह पर शेयर की गई थी।

Tuesday 29 March 2016

जापान में 14 साल बाद नजर आया विशालकाय जीव समुद्रफेनी


जापान की तोयामा में 14 साल बाद क्रिसमस के दिन एक विशालकाय समुद्रफेनी ;स्क्विडद्ध नजर आई तोक्यो। माना जा रहा है कि जापान इस अनोखे विशालकाय जीव का पसंदीदा सैरगाह है। सबसे पहले इस अनोखे जीव को 11 साल पहले 2004 में ओगासावारा द्वीप के पास देखा गया। इसके बाद 2012 में इसी इलाके में पहली बार विचित्र आकार वाली इस बड़ी समुद्रीफेनी को कैमरे में कैद किया जा सका था। एक चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक बेहद खतरनाक मानी जानी वाली समुद्रफेनी को एक साहसी डाइवर किमूरा आकीनोबू ने बेहद करीब से देखा।
एक चैनल को बताया उस जीव को करीब से देखने की मेरी जिज्ञासा डर से कहीं ज्यादा थी। समुद्रफेनी जीवित थी और स्वस्थ भी। जैसे ही मैं उसके पास पहुंचा उसने अपने थूथन से इंक छोडऩी शुरू की और अपनी दर्जनों सूढ़ें मेरे इर्द.गिर्द लपेटने की कोशिश करने लगी। मैंने उसे समुद्र की तरफ लाने की कोशिश की जो कि वहां से सैकड़ों मीटर दूर था। लेकिन वह गहरे समुद्र में गायब हो गई।
जानकारों ने समुद्रफेनी की तस्वीर देखकर बताया कि यह युवा समुद्रफेनी है जिसकी लंबाई करीब 12 फुट है। माना जाता है कि समुद्रफेनियां इसकी तीन गुना तक ज्यादा लंबाई की होती है। दुनिया में देखी गई अब तक की अकेली समुद्रफेनी डक्स को देखने के बाद वैज्ञानिकों ने दावा किया था कि इनकी लंबाई 60 फुट तक होती है।

शेर को इस छोटी बच्ची ने किया किस वायरल हुआ वीडियो फिर जानें क्या हुआ


चिडिय़ाघर में हुई इस घटना का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है यहां देखें चिडिय़ाघर में यह निर्देश साफ होते हैं कि आप जानवरों के बाड़े व पिंजरे से दूर रहकर ही उन्हें देखें।
नई दिल्ली। हाल ही एक बच्ची ने चिडिय़ाघर में शेर को किस किया लेकिन इसके बाद जो शेर ने किया उसके बारे में शायद इस बच्ची ने कभी नहीं सोचा था।
सोशल मीडिया पर इन दनों वायरल हो रे इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे चिडिय़ाघर में बच्ची ने कांच के फ्रेम के पीछे से शेर को किस किया लेकिन यह शेर को किस कदर नागरवार गुजरा। शुक्र है शेर और बच्ची के बीच कांच की यह दीवार थी।

Monday 28 March 2016

इस पिता ने 16 माह की बेटी से ही कर ली शादी, जानिए क्या थी वजह


बेशक खबर का शीर्षक पढ़ कर आप भी चौंक गए होंगे, लेकिन असली वजह जानकर आप भी भावुक हो जाएंगे। 31 साल के एंडी बर्नार्ड ने अपनी 16 माह की बेटी पॉपी माई से शादी कर ली। दरअसल पॉपी को ब्रेन कैंसर है और डॉक्टर्स ने कहा कि उसके जीवन के केवल दो दिन ही बचे हैं। हालात सेे मजबूर होकर पिता एंडी ने खुद ही बेटी से शादी कर ली।
रॉयल एयर फोर्स 27 स्क्वैड्रन रेजीमेंट में सर्विस कर रहे एंडी इंग्लैंड के नॉरफोक के रहने वाले हैं



पूरा करना था अपना वादा
रॉयल एयर फोर्स 27 स्क्वैड्रन रेजीमेंट में सर्विस कर रहे एंडी इंग्लैंड के नॉरफोक के रहने वाले हैं। एंडी ने बताया कि जब मुझे पता चला कि पॉपी हॉस्पिटल से घर आने वाली है तो मेरी आंखों में उसकी शादी का सपना था। कभी सोचा नहीं था कि यह इस तरह से होगा। हमारा दिल टूट चुका है। मैं प्रिंसेस को दिया वादा पूरा करना चाहता था। जैसी कल्पना की थी वैसा तो नहीं था, लेकिन यह उसका वैडिंग डे जरूर था।
पहले हुए किडनी में कैंसर फिर ब्रेन कैंसर
14 फरवरी को पॉपी की तबीयत बिगडऩे पर मां सैमी उसे डॉक्टर के पास ले गई। डॉक्टर ने कहा कि बेटी को किडनी में कैंसर हुआ है। फिर सीटी स्कैन में पता चला कि इन्फैक्शन फेफड़ों तक पहुंच गया है। इसके बाद कीमोथैरेपी शुरू की गई और पॉपी ठीक भी होने लगी, तभी 16 मार्च को पता चला कि उसे ब्रेन कैंसर भी है।


अब सच में परी बन जाएगी पॉपी
पॉपी की मां सैमी ने बताया कि इलाज में बेटी को तकलीफ न हो इसलिए हम उसे घर ले आए। पॉपी धीरे धीरे सुस्त पड़ती जा रही है। सैमी ने बताया कि मैंने अपने दोनों बेटों को समझाया कि हमेशा के लिए एक तारा बनने से पहले उनकी बहन पॉपी उनके साथ कुछ पल बिताने घर आ रही है। यह हम सब के लिए मुश्किल समय है। मैंने एक परी को जन्म दिया और अब वह सच में एक परी बन जाएगी। शादी की रस्मों के बाद पॉपी अपने पिता की गोद में ही सो गई। यह परिवार पॉपी के साथ बचे हुए अपने हर पल को पूरी तरह से इंजॉय करने में जुटा है। सैमी ने बताया कि मैं चाहती हूं कि लोग मेरी बेटी को याद रखें। मैं लोगों में इस बीमारी के प्रति जागरुकता फैलाने का काम करना चाहती हूं।

39000 रुपए में नीलाम हुआ यह नींबू, जानें क्या है खास


तमिलनाडु के वेलुपुरम जिले में एक नींबू 39000 रुपए में नीलाम हुआ है, जानें खासियत
विलुपुरम। बाजार से आपने नींबू तो कई बार खरीदे होंगे, लेकिन क्या कभी आपन इतने महंगे नींबू के बारे में सुना है। तमिलनाडु के वेलुपुरम जिले में एक नींबू 39000 रुपए में नीलाम हुआ है। ऐसा पांगुनी उतिराम त्योहार की एक रस्म के तहत हुआ है। यह रस्म हर साल पूरी की जाती है।
तिरुवन्नैनल्लुर के बालातंडेउतपनी मंदिर में 11 दिन के उत्सव के अंतिम दिन भगवान मुरुगन के भाले से लटकाए गए फलों को नीलाम किया जाता है। गांव वालों का मानना है कि जिसके पास भी यह फल होता है उसे समृद्धि मिलती है और जिस दंपती के पास यह फल होता है उसे संतान भी मिलती है।
इस नींबू को दंपती जयरामन और अमरावती ने खरीदा है। इस नीबूं के अलावा आठ नींबू और नीलाम किए गए और कुल मिलाकर ये 9 नींबू 57722 रुपए में नीलाम हुए।

Sunday 27 March 2016

यहां होली पर अपने आप ही जलने लगती हैं लकडिय़ां, जानें क्या है रहस्य


इन लकडिय़ों को कोई चुराने की हिम्मत भी नहीं करता, आप भी जानें भारत में कहां है ये जगह
होलिका दहन पर आप सबने ही लकडिय़ां जलाई होंगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे देश में ही एक ऐसी जगह भी है जहां हर साल होली पर अपने आप ही लकडिय़ां जल उठती हैं। इंदौर में बागली से 8 किमी दूर जटाशंकर गांव के पास नयाखूंट के जंगल में ये जगह है।
यहां हर साल होली पर अपने आप आग लग जाती है और हजारों क्विंटल लकडिय़ां जलकर खाक हो जाती है। ग्रामीण इसे होली माल और होली टेकरी के नाम से पुकारते हैं। जंगल में इस जगह पर साल भर लोग अपनी इच्छा से लकडिय़ां डालते रहते हैं और होली के आते-आते ये लकडिय़ां हजारों क्विंटल तक पहुंच जाती हैं।
इसके पीछे मान्यता है कि जो व्यक्ति लकड़ी नहीं डालता, उसे परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हजारों क्विंटल ये लकडिय़ां चमत्कारी रूप से होली की रात में सुबह 4 से 5 बजे के बीच खुद ही जलने लगती हैं। इसके पास में ही नृसिंह भगवान का मंदिर है। लोगों का मानना है कि भूमि चमन ऋष्ज्ञि की तपोभूमि है। यहां से चंद्रकेश्वर व जटाशंकर की दूरी कम है और दोनों स्थान चमन ऋषि और जटायू की तपोभूमि होकर भगवान शंकर के प्राकृतिक जलाभिषेक तीर्थ हैं।
लोगों की मान्यता और तब बढ़ गई जब सारे जंगल में आग लग गई और इस जगह की सारी लकडिय़ां सुरक्षित रहीं। होली टेकरी की लकडिय़ों को जब हटाया गया तो वहां पिछले साल जली हुई लकडियों की राख दिखी। इन लकडिय़ों को कोई चुराने की हिम्मत भी नहीं करता।

Wednesday 23 March 2016

वॉशिंग मशीन में बच्ची फंसी मशीन को आरी से काटकर जान बचाई


आधे घंटे की इस मेहनत के बाद किसी तरह बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला
बेंगलूरु। छोटे बच्चों को संभालना सच में मुश्किल काम है। एक मिनट आपकी नजर उनसे हटी नहीं कि वे किसी भी मुसीबत को न्यौता दे सकते हैं। हाल ही ऐसा एक मामला गुलबर्ग में सामने आया है। यहां दो साल की एक बच्ची वॉशिंग मशीन में फंस गई।
घबराए पेरेंट्स ने बच्ची को बाहर निकालने के लिए वॉशिंग मशीन को ही आरी से कटवा दिया। हाल ही इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। परिवार के लोग अपने काम काज में व्यस्त थे तबभी बच्ची खेलते खेलते मशीन के पास पहुंच गई। ढक्कन खुला होने के कारण बच्ची उसके अंदर गिर गई और फंस गई।
उसे निकालने का बहुत प्रयास किया गयाए लेकिन जब सब प्रयास विफल रहे तो मशीन को आरी से काटा गया। आधे घंटे की इस जद्दोजहद के बाद किसी तरह बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका।

Monday 21 March 2016

टूटी हुई घड़ी ने मालिक को किया मालामाल मिले 52 लाख रूपये


अगर आप एक टूटी हुई पुरानी घड़ी को बाजार में बेचने जाएं तो ज्यादा से ज्यादा इसके कितने रुपए मिल सकते हैं  आप सोचोगे 300 रुपए या 500 रुपए। इंग्लैंड के चेशायर में रहने वाले एक व्यक्ति ने भी केवल 500 पाउंड में इसके बिकने की सोची थी लेकिन इसकी जितनी कीमत लगी उसे देखकर यह खुद भी हैरान रह गया।
दरअसल टूटी हुई बंद पड़ी यह पुरानी कलाई घड़ी दूसरे विश्व युद्ध में इटालियन नेवी डाइवर्स की दी गई घड़ी निकली। इसे लाने वाले व्यक्ति को यह घड़ी अपने स्वर्गवासी पिता के घर की सफाई के समय ड्रॉअर में मिली थी जिसे बेचने के लिए वह इसे कार बूट सेल में लाया था यहां इस घड़ी की कीमत लगी 55000 पाउंड यानी कि करीब 5271584 रुपए।
इटालियन कंपनी पेनेराय की बनाई गई इस घड़ी को बिना स्टै्रप के और बंद मशीनरी के साथ बेचा गया। घड़ी का हैमर प्राइस 46000 पाउंड था जबकि इस पर तमाम फीस जोडऩे के बाद इसकी नीलामी जीतने वाले ने इसके लिए 55660 पाउंड चुकाए। यह घड़ी 1941 से 1943 के बीच बनाई गई 618 रॉलेक्स 17 रुबिस पेनेराय 3636 घडिय़ों में से एक थी।
यह घड़ी वॉटरप्रूफ थी और इसके बड़े डायल केस को अंधेरे में भी देखा जा सकता था। इसे रॉयल इटालियन नेवी को सप्लाई किया जाता था और इसे वे गोताखोर इस्तेमाल करते थे जिन पर ह्युमन टॉरपेडोस को ऑपरेट करने की जिम्मेदारी होती थी। ह्युमन टॉरपेडोस वह मिसाइल होती थी जिसे पानी के अंदर ही छोड़ा जाता था इस पर डिटैचेबल वॉरहैड होता था जिसे दुश्मन के जहाज पर टाइम्ड लिम्पेट माइन की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता था।
डाइवर्स इस मिसाइल को केवल रात में ही दाग सकते थे इसलिए ही इस घड़ी का डयर और डिजिट्स चमकदार बनाए गए थे ताकि अंधेरे में भी समय देखा जा सके। इस घड़ी को ऑक्शनीयर्स राइट मार्शल में नीयाल विलियम्स ने बेचा उन्होंने बताया कि जब इस घड़ी को उन तक लाने वाले व्यक्ति को इस बारे में बताया गया कि इसे 46000 पाउंड में बेचा तो वह अपने कानों पर भरोसा ही नहीं कर पाया।

Saturday 19 March 2016

पहाड़ को काटकर बनाया बहुत खूबसूरत घर 12 साल में


अमरीका के सैन इसिड्रो डी परेज जेलेडन के रहने वाले एक व्यक्ति ने 12 साल लगातार मेहनत करने के पश्चात पहाड़ के अंदर गुफा नुमा घर का निर्माण करा। इस घर के अंदर 3 बेडरूम, 1 डाइनिंग रूम और आलीशान घर में मिलने वाली तमाम सुविधाएं मौजुद हैं। मैनुअल बैरेंटस नामक इस व्यक्ति का परिवार 2000 स्क्वायर फिट में बने इस घर में रहता हैं।



इस घर को ज्वालामुखी चटट्ानों को काटकर बनाया गया हैं। बैरेंटस से इस घर का नाम टोपोलान्डिया रखा हैं। इस घर के अंदर एक मेडिटेशन रूम भी बना हैं। हाल ही में इस घर की तस्वीरें एक फोटोग्राफर ने क्लिक की।


इस घर में स्केल्टन और अलग­-अलग रंग के कार्टून बने हैं। और इसके अलावा एक बड़ा डाइनिंग रूम बना हुआ है जिसमे सारा परिवार एक साथ बैठ कर आंनद ले सकते है मैनुअल ने इस घर को अब गेस्ट के लिए भी खोल रखा हैं। ताकि लौगो को पता चल सके की फावडे की मदद से उन्होने इतना सुंदर घर बना रखा हैं।

Thursday 17 March 2016

प्रतिदिन सड़क पार कर के अपने मनपसंद खाने के लिए रेस्त्रां जाती हैं ये सील


क्या कभी आपने किसी जीव को पसंदीदा खाना खाने के लिए रेस्टोरेंट जाते देखा हैं कुछ ऐसा ही हुआ हैं आयरलैंड में एक मामला कुछ ऐसा ही सामने आया हैं सैम्मी नामक एक सील रोज अपना पसंदीदा सीफूड खाने के लिए बहुत ही सावधानी से सड़क पार करती हैं और रेस्टोरेंट तक जाती हैं।
उसे देखने के लिए वहां लौगो की काफी भीड़ लग जाती हैं वहीं कई बार लोग लाइटहाउस रेस्टोरेंट के पास सील के आने का इंतजार करते रहते हैं रेस्टोरेंट के मालिक भी उसको खाना दे देते हैं वैसे उसको पानी में वापस भेजना काफी मुश्किल होती हैं।
आज कल इस सील का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लौगो का कहना हैं की इस सील को स्थानीय वाइल्ड लाइफ अधिकारी को दे दिया जाना चाहिए इसकी जान को खतरा हैं सड़क पार करने के दोरान कभी भी दुर्घटना का शिकार हो सकती हैं।

Wednesday 16 March 2016

यहां दीवारों पर उगती है सब्जियां जानने के लिये पूरी खबर पढ़े

अब आप अपने घर की दीवारों पर भी उगा सकते हैं सब्जियां और अनाज, पढ़ें क्या है तरीका


आपने खेतों में सब्जियां उगते तो देखा होगा और शायद उगाई भी होगी लेकिन आपने कभी दीवारो पर खेती करते किसी को देखा हैं ऐसा ही कुछ हुआ हैं इजरायल की एक कंपनी हैं ग्रीनवाॅल नाम की इस कंपनी के संस्थापक टिकाऊ व स्वतंत्र खाद्य उत्पादन की एक अनोखी पद्धति वर्टिकल गार्डन को बाजार में लाने की तैयारी कर रहे हैं।
इसके तहत बहुमंजिला इमारतों के लोग दीवारों पर चावल, मक्का और गेजूं सहित किसी भी फसल की खेती कर सकते हैं। वर्ष 2009 में स्थापित हुई इस कंपनी ने आधुनिक प्रौद्योगिकी का विकास किया है, जिसके तहत इमारतों के अंदर और बाहर दोनों तरफ से दीवारों के साथ एक ऊंचे गार्डन की परिकल्पना की गई है। ग्रीनवॉल इसके लिए उपजाऊ मिट्टी उपलब्ध कराती है।

ऐसे उगती हैं दीवार पर सब्जियां
वर्टिकल प्लांटिंग सिस्टम के तहत पौधों को स्मॉल मॉड्युलर यूनिट में सघन रूप से लगाया जाता है। पौधे बाहर न गिरें, इसकी व्यवस्था की जाती है। इस पॉट को गार्डन की डिजाइन में बदलाव लाने या इसे रिफ्रेश करने के लिए निकाला या बदला भी जा सकता है। प्रत्येक पौधे को कंप्यूटर की सहायता से विशेष तरीके से पानी पहुंचाया जाता है। जब इन पौंधों पर अनाज उगने का समय होता है तो पॉट में तैयार इन हरित दीवारों को कुछ अवधि के लिए नीचे उतार लिया जाता है और उसे जमीन पर क्षैतिज रूप से रखा जाता है।

Tuesday 15 March 2016

लंदन, मे जैम्स ग्रीन नामक एक व्यक्ति को चार फीट लम्बां चुहां मिला।


यह तस्वीर ना तो माॅफ्र्ड की हुई है न ही कोई कैमरे ट्रिक से ली हुई है यह चुहे का आकार असली में ही इतना बड़ा हैं

घरों या गोदामो में चुहो का दिखना आम बात सी हो गई हैं पर चुहों का आपने इतना बड़ा आकार नही देख होगा जिसकी लम्बाई चार फीट हैं ईस्ट लंदन में एक गैंस वर्कर जैम्स ग्रीन ने एक चार फीट लम्बंा चुहा ढुंढा जो छोटे चुहों को मारने के लिये डाला हुआ जहर खाकर मर चुका था। जब जैम्स ने चुहें को देखा तो उसने चुहें को फेकने से पहले अपने दोस्त से इसकी तस्वीर लेने के लिए बोला ताकि ये लोगों को बता सके और यकीन दिला सके कि हमने इसना बड़ा चुहा देख हैं।
अगर एक्सपट्र्स की माने तो यह गैम्बियन पाउच्ड रैट हो सकता हैं। इसको पाला जाता हैं यूनिवर्सिटी आॅफ हडर्सफील्ड के डाॅÛ हुई क्लार्क ने बताया कि इन चुहों की लंबाई चार फीट तक पहुंच जाती हैं और यह बहुत ही बुद्धिमान और चतुर होते हैं। इनकी नजर कमजोर होती हैं पर सुंघने की शक्ति ज्यादा तेज होती हैं। इनको खाने चावल और फ्राइड चिकन पसंद करते हैं।

Tuesday 8 March 2016

पार्क में 30 शेरों के साथ रहता है। यह आदमी

दक्षिण अफ्रीका के केविन रिचर्ड्सन अपनी दिलेरी के कारण सुर्खियों में आए हैं, देखें अद्भुत तस्वीरें
शेर के सामने खड़े होने का साहस भी दिखा पाना जहां बेहद मुश्किल होता है, वहीं एक व्यक्ति ऐसा है जो दिन रात शेरों के साथ रहता है, वह भी एक दो नहीं पूरे 30 शेरों के साथ। दक्षिण अफ्रीका के केविन रिचर्ड्सन अपनी दिलेरी के कारण सुर्खियों में आए हैं। प्रिटोरिया में उन्होंने खुद ही वाइल्डलाइफ सेंचुरी शुरू की है और इसमेंं 30 शेर उनके खास दोस्त बन गए हैं


पर्यावरणविद् केविन दुनिया में शेर बचाने के अभियान से जुुड़े हैं और कई डॉक्यूमेंट्री के जरिए वे ये संदेश दे चुके हैं। हाल ही फोटोग्राफर एड्रियन स्टर्न ने उनकी शेरों के साथ अद्भुत तस्वीरें खींची हैं। इनमें केविन शेरों के साथ बेहद दोस्ताना अंदाज में नजर आ रहे हैं। ये तस्वीरें - हम अपनी अगली पीढ़ी को क्या देकर जाएंगे - अभियान का हिस्सा बनी हैं।

Wednesday 2 March 2016

गजब! 46000 रुपए में क्यों बिका यह कंडोम

स्पेन में लगभग 200 साल पुराने एक कंडोम को 46000 रुपए में नीलाम किया गया। यह कंडोम भेड़ की आंतों से बनाया गया था। ऑनलाइन नीलाम किया गया यह कंडोम बेहद दुर्लभी है। ऐसे दुर्लभ कंडोम अब कुछ चुनिंदा म्यूजियम में ही देखने को मिलते हैं।
कुछ अंग्रेजी अखबारों में छपी खबर के मुताबिक यह कंडोम स्पेन के एक शहर में बक्से में मिला था। कैटाविकी में हुई इस नीलामी में लोगों ने इतनी रुचि दिखाई कि यह अनुमानित कीमत से करीब दोगुने दाम में बिका। इसे एम्सटर्डम के एक व्यक्ति ने खरीदा है। आपको बता दें कि फ्रांस में मिला एक 19 सेंटीमीटर लंबा कंडोम दुनिया का अब तक का सबसे महंगा कंडोम है।
बताया जाता है कि 200 साल पहले बहुत महंगा होने और बनाने में काफी समय लगने के कारण कंडोम को सिर्फ अमीर लोग ही इस्तेमाल किया करते थे। इस दौर में कंडोम आमतौर पर 15 सेंटीमीटर लंबे होते थे। 19वीं शताब्दी में रबर के सस्ते कंडोम बनाए जाने के बाद से भेड़ की आंत से बनने वाले ये कंडोम चलन से बाहर हो गए।

नासा के शोधार्थियों का कहना सर्वाधिक सूखे स्थान मंगल पर जीवन का संकेत

नासा के शोधार्थियों का कहना है कि अगर ऐसा ही वातावरण मंगल पर है, तो वहां जीवन संभव हो सकता है। मंगल ग्रह की तुलना में काफी गर्म होने के बावजूद इस क्षेत्र की मिट्टी का रसायन उल्लेखनीय रूप से मंगल ग्रह के समान है। नासा के अंतरिक्ष वैज्ञानिक डॉ. ब्रायन ग्लास के अनुसार, इस क्षेत्र में जीवन का पता लगाने के साधन लाना मुश्किल है। मंगल ग्रह के अनुरूप माहौल हमें मंगल पर जीवन की पूर्व और वर्तमान स्थितियों के आकलन में मदद करेगा।
मंगल ग्रह पर ठंडे और सूखे वातावरण की स्थितियां जीवन की मौजूदगी का वह सबूत दे सकती हैं, जिससे हमे पता चल सके कि सतह के नीचे जीवन संभव है, क्योंकि वहां विकिरण का प्रभाव कम होता है। लेकिन जब तक मानव लाल ग्रह पर कदम नहीं रखता है, तब तक हमें मंगल ग्रह की सतह के नीचे के नमूने प्राप्त करने के लिए रोबोटिक की मदद से उस संभावित स्थान की वर्तमान और पूर्व परिस्थितियों की पहचान करनी होगी। अमरीका, चिली, स्पेन और फ्रांस के 20 से अधिक वैज्ञानिक उच्च हवाओं के बीच बेहद प्रतिकूल परिस्थितियों में इस परीक्षण को अंजाम दे रहे हैं।
मंगल ग्रह की परिस्थितियों के समान विश्व के सबसे सूखे स्थान पर स्थित नासा की प्रयोगशाला मंगल ग्रह पर जीवन का पता लगाने में मदद कर सकती है। चिली के एटाकामा रेगिस्तान में पानी की कमी है और पराबैंगनी विकिरण की अधिकता, जिससे यहां जीवन कठिन है। इस कठिन वातावरण में सूक्ष्म जीव पहाड़ों और चट्टानों के भीतर रहते हैं।
नासा के शोधार्थियों का कहना है कि अगर ऐसा ही वातावरण मंगल पर है, तो वहां जीवन संभव हो सकता है -

Tuesday 23 February 2016

10 वर्ष का यह बच्चा धीरे-धीरे पत्थर का रूप ले रहा। डाॅक्टर हैरान



डेनवर, युरोपीय देश कोलारेडो का रहने वाला 10 साल का बच्चा जेडेन राॅजर एक बहुत खतरनाक बीमारी का शिकार हैं उसकी त्वचा धीरे-धीरे बहुत कठोर होती जा रही हैं इस कारण उसका शरीर पत्थर का रूप ले रहा हैं।
इस कारण जेडेन बहुत ही उदास हो गया हैं इस बीमारी ने उसकी मुस्कान ही छीन ली है।
इस बीमारी के अब तक 14 मामले सामने आए
दुनिया भर में इस बीमारी के अब तक 41 मामले आ चुके हैं चार साल पहले उसकी मां ने उसके शरीर पर कुछ निशान देखे जो अब बहुत कडे़ हो गये है ये निशान पूरे शरीर में फैल गये है।
जेडेन को कई डाॅक्टरर्स को दिखया गया डाॅक्टर उसे कीमोथैरेपी की दवा दे रहे है जिससे उसकी बीमारी को बढ़ने में कमी आ गयी है
कोलाराडो के चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल में डॉक्टर एलिजाबेथ स्वानसन ने बताया कि वह मेडिकल लाइब्रेरी में पढ़कर इस बीमारी का इलाज खोजने की कोशिश कर रही हैं।
जेडेन के पिता टिम रोजर्स ने बताया कि उसे लगता है कि उसे किसी कठोर सतह पर बांधा जा रहा है। उसके शरीर में पडऩे वाले निशान पैरों, पीठ और गर्दन सहित पूरे शरीर में फैल रहे हैं।

Friday 12 February 2016



स्पेेन के इस व्यक्ति ने अपने जीवन में कभी पानी नही पिया और 107 साल तक जिन्दा रहे।



क्या कोई पानी के बिना जिन्दा रह सकता हैं बहुत ही सोचने वाली बात हैं। पर ऐसा ही कुछ कर दिखाया है स्पेन के रहने वाले इस व्यक्ति ने उसने अपने पूरे जीवनकाल में कभी पानी नही पिया ये खबर हैं स्पेन के शहर विगो में यह व्यक्ति 107 साल तक पानी की जगह शराब पीकर ही जिन्दा रहा।

एनतोनियो की लंबी उम्र का राज भी शायद यही था। अभी हाल में कुछ समय पहले एनतोनियो का निधन हुआ है। एनतोनियो एक साल में 60 हजार लीटर रेड वाइन बनाते थे, जिसमें तीन हजार लीटर वह अपने प्रयोग के लिये रखते थे और बाकी बची हुई को वह बेच देते थे।

Monday 1 February 2016

इस व्यक्ति के हाथ पैर हो गए पेड़ की तरह, कहलाता है ट्री मैन -


यह तस्वीर आपको विचलित कर सकती है, लेकिन बांग्लादेश का यह व्यक्ति अजीब बीमारी से पीडि़त है। इस बीमारी की ही वजह से अबुल बजनदार के हाथों-पैरों पर पेड़ की शाखाओं की तरह रचनाएं उग आई हैं। इसकी वजह से लोगों ने उसका नाम भी \'ट्री मैन\' रख दिया है।
राहत देने वाली बात यह है कि 26 साल के बजनदार की जल्द ही सर्जरी कर उसे एपिडर्मोडाइस्प्लासिया वेरूसिफोर्मिस नामक इस बीमारी से निजात दे दी जाएगी। डॉक्टरों के मुताबिक सर्जरी से यह छाल हट जाएगी तो बजनदार के शरीर से करीब 5 किलो वजन कम हो जाएगा। इस सर्जरी का पूरा खर्च अस्पताल उठा रहा है। दक्षिणी जिले के खुलना में रहने वाले अबुल ने बताया, \'शुरुआत में मैंने सोचा कि ये नुकसान नहीं पहुंचाएंगे, लेकिन धीरे धीरे मैं काम करने में असमर्थ होता चला गया।\' अबुल ने बताया कि 10 साल पहले उनकी उंगलियों पर यह ग्रोथ शुरू हुई थी। अब उनके दोनों हाथों में दर्जनों 2-3 इंच की शाखाएं हैं और पैरों में भी कुछ छोटी-छोटी ग्रोथ है।
रिक्शा चलाता था
अबुल पहले रिक्शा चलाने का काम किया करता था, लेकिन इस बीमारी के कारण उसे इस काम से निकाल दिया गया। यही नहीं इसके बाद पड़ोसियों ने भी उसे मोहल्ले से बाहर कर दिया। अबुल की इस बीमारे के बारे में डीएमसीएच के निदेशक सामंत लाल सेन ने बताया कि इसे ट्री मैन डिसीज के रूप में जाना जाता है। सामंत ने बताया, \'अबुल सहित पूरी दुनिया में ऐसे केवल 3 ही मामले सामने आए हैं। इंडोनेशिया के एक गांव में इसी बीमारी से पीडि़त एक व्यक्ति का वर्ष 2008 में ऑपरेशन किया गया था। उसके पूरे शरीर में ऐसी ग्रोथ थी।\' यह बहुत ही रेयर जेनेटिक स्किन डिसऑर्डर है, जिसमें प्रभावित इंसान में पेड़ की जड़ों और शाखाओं की तरह स्किन ग्रोथ होने लगती है।
यह बहुत ही रेयर जेनेटिक स्किन डिसऑर्डर है, जिसमें प्रभावित इंसान में पेड़ की जड़ों की तरह स्किन ग्रोथ होने लगती है -

Monday 18 January 2016

जियोवन्नी रोजो। उम्र 103 साल, ड्राइवरी 80 साल, एक भी एक्सीडेंट नहीं

जियोवन्नी रोजो है ब्रिटेन के सबसे ज्यादा उम्र के ड्राइवर, इटली की सेना में भी रह चुके हैं



लंदन। 103 वर्षीय जियोवन्नी रोजो ब्रिटेन के सबसे पुराने ड्राइवर हैं। वह आठ दशक से बिना एक भी एक्सीडेंट किए हुए गाड़ी चला रहे हैं। जियोवन्नी का जज्बा ऐसा है कि वह इस उम्र में भी ड्राइविंग करने से नहीं हिचकते। ब्रिटेन के कैंब्रिज के रहने वाले जियोवन्नी का आइसक्रीम और दूध का कारोबार है। पिछले साल उनकी पत्नी का निधन हो गया था। इसके बाद से वह हर दिन पहले अपनी पत्नी की कब्र पर और इसके बाद दुकान पर 23 साल पुरानी मित्सुबिशी लांसर कार से जाते हैं। जियोवन्नी की पत्नी नियमित रूप से एक यात्री के रूप में उनकी कार में सफर करती थी।



6 साल ट्रेन भी चलाई
जियोवन्नी ने 30 की उम्र में 26 वर्षीय अन्ना मारिया से इटली में शादी की। इटली से ब्रिटेन आने पर उन्होंने कैंब्रिज को अपना आशियाना बनाया। ब्रिटेन में उन्होंने अपने कॅरिअर की शुरूआत ट्रेन ड्राइवर से की। वह छह साल तक ट्रेन ड्राइवर रहे। इसके बाद उन्होंने एक सहकारी संस्था में मिल्कमैन की नौकरी की।
डिप्लोमा भी मिला
1962 में जियोवन्नी के लाइसेंस को दुर्घटनाओं से मुक्त होने पर रॉयल सोसायटी ने डिप्लोमा भी दिया। इसके बाद वह सफल आइसक्रीम कारोबारी बन गए। जियोवन्नी के कैंब्रिज में 6 वैन चलती हैं।

ड्राइविंग के लिए नहीं है कोई आयु सीमा
जियोवन्नी ने बताया कि वह 80 साल से कार चला रहे हैं और अभी उनका कार की चाभी को टांगने का कोई इरादा नहीं है। गौरतलब है कि ब्रिटेन में ड्राइविंग के लिए कोई आयुसीमा निर्धारित नहीं है। जियोवन्नी के तीन बच्चे और चार पोते हैं। उन पर इन आठ दशकों के दौरान ड्राइविंग काल में सिर्फ दो बार तेज कार चलाने व एक बार गलत पार्किंग का ही जुर्माना लगा है।

20 की उम्र से शुरूआत
जियोवन्नी ने बताया कि उन्होंने 20 साल की उम्र से ही गाड़ी चलाना शुरू कर दिया था। उन्होंने बताया कि 1953 में ब्रिटेन आने से पहले वह इटली की सेना में क्लर्क थे और वह 20 साल तक ड्राइविंग की।
अभी भी हैं फिट

जियोवन्नी ने बताया कि वह ब्रिटेन आने के बाद वह कई सालों तक अपनी वैन चलात रहे। उन्होंने कहा कि वह अभी भी फिट हैं और उनकी नजर भी सही है और अभी भी वह अपनी ड्राइविंग को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नजर आते हैं। उन्होंने बताया कि मैनें कई वर्षों पहले मैं पूरे दिन कई-कई मील दूर तक ड्राइविंग करते हुए निकल जाता था वह भी बिना किसी दुर्घटना को अंजाम दिए बगैर। जियोवन्नी ने बताया कि आज भी मेरे लाइसेंस पर कोई एक्सीडेंट का दाग नहीं है।

ऑक्सफैम की नई रिपोर्ट मात्र 62 लोग हैं दुनिया के आधे संसाधनों के मालिक


वर्ष 2011 में दुनिया भर के 388 अमीरों के पास दुनिया के आधे संसाधन थे लंदन। अमीर और गरीब के बीच बनी खाई अब इतनी अधिक चौड़ी हो गई है कि दुनिया भर के आधे संसाधनों और धन संपदा पर मात्र 62 अमीरों का कब्जा है। एक तरफ पूरी मानवीय सभ्यता संसाधनों की कमी के कारण कई तरह की मुश्किलों से दो-चार हो रही है तो दूसरी तरफ मात्र 62 लोगों के पास संसाधनों की भरमार है।

एक मैगजीन में प्रकाशित ऑक्सफैम की नई रिपोर्ट के अनुसार 2010 से गरीब आबादी की धन-संपदा में 41 प्रतिशत या 10 खरब डॉलर की गिरावट आई है, जिससे ये पहले की अपेक्षा और अधिक गरीब हो गए हैं, जबकि अमीरों के धन में 17.60 खरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। \'एन इकॉनोमी फॅार द 1%\' शीर्षक से प्रकाशित इस रिपोर्ट में बताया गया है कि वैश्विक स्तर पर अमीरों और गरीबों की बीच की यह खाई पिछले एक साल में अधिक बढ़ी है।

वर्ष 2011 में दुनिया भर के 388 अमीरों के पास दुनिया के आधे संसाधन थे। उसके बाद अमीरों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जाती रही। वर्ष 2014 में यह संख्या 80 थी तो 2015 में यह और अधिक गिरकर मात्र 62 हो गई। ऑक्सफैम के प्रमुख मार्क गोल्डरिंग के अनुसार एक ऐसी दुनिया में जहां हर नौ में से एक व्यक्ति हर रात भूखे पेट सोता हो, वहां इन अमीर लोगों को केक का सबसे बड़ा टुकड़ा देना सहज नहीं है।